bho-bhtb-test-doc2
Universal Dependencies - Bhojpuri - BHTB
Language | Bhojpuri |
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Project | BHTB |
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Corpus Part | test |
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Annotation | Ojha, Atul Kr.; Zeman, Daniel |
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“ विवेकी राय के हिन्दी - भोजपुरी के कृतित्वे - भर आंचलिक ना रहे , उहाँ के शख्सियतो एड़ी से चोटी ले आंचलिकता से लैस रहे - सहनशीलता आ जीवट से लबालब भइल । तबे नू , अढ़ाई दशक पहिले हृदयाघात के हरु पटे त विजयी भइलीं । सतरह साल पहिले जब पक्षाघात के शिकार दहिना अलँग कहला में ना रहल , त बायाँ हाथ से लिखे के सिलसिला शुरू कऽ दिहलीं । बाकिर एह बेर उहाँ के मउवत के चुनौती कबूल ना कऽ पवलीं आ बाबा विश्वनाथ के नगरी काशी के अस्पताल में गंगा मइया के गोदी में आखिरी साँस लिहलीं । अतिशय सज्जनता आ साधुता के प्रतिमूर्ति , गँवई जिनिगी के अद्भुत चितेरा , गँवई गंध गुलाब ’ से साहित्य - वाटिका के गमगमावे वाला ‘ मनबोध मास्टर ’ के हमार अशेष प्रणामांजलि ! आजु स्टाफ रूम में इंस्पेक्शन के बात एक - एक क के उघरत रहे । हमरा प्राचार्य डॉ. संजय सिंह ‘ सेंगर ’ जी याद आ गइल रहीं आ हम भावुक हो गइल रहीं । 5 जनवरी के उहाँ से खड़े - खड़े भइल आधा घंटा के बतकही के एक - एक शब्द हमरा याद रहे । हमार कलिग लोग के भी आँखि भरि आइल । भइल ई रहे कि सेंगर जी का विद्यालय के एगो सब - स्टाफ के दूनो किडनी फेल हो गइल । ओकरा तीन गो लइकी रही सन आ एकहूँ के अभी बियाह ना भइल रहे ।
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