s-1
| लोकरंजन आ सांस्कृतिक गीत - |
s-2
| गवनई के बढ़ावा देबे खातिर पाती कला मंच आ भोजपुरी दिशाबोध के पत्रिका पाती का ओर से नयी दिल्ली के दीनदयाल मार्ग , आईटीओ , पर स्थित राजेन्द्र भवन ऑडिटोरियम में शनिचर 15 सितम्बर का दिने साँझ पाँच बजे से साढ़े आठ बजे ले एगो सांस्कृतिक आयोजन राखल गइल बा । |
s-3
| एह कार्यक्रम में रउरा सभे के नेह नेवता दीहल जा रहल बा । |
s-4
| आईं आ भोजपुरी के सांस्कृतिक सम्पदा के बढ़ावे में आपन सहजोग दीं । |
s-5
| फूहड़ गीत गवनई के आलोचना कइला से अधिका जरुरी बावे कि बढ़िया गीत गवनई के बढ़ावल जाव । |
s-6
| ओकरा में लागल लोग के उत्साह बढ़ावल जाव । |
s-7
| एह आयोजन में विश्व भोजपुरी सम्मेलन , पूर्वांचल एकता मंच , वीर कुँवर सिंह फाउन्डेशन , पूर्वांचल भोजपुरी महासभा , अउर हर्फ - मीडिया के सहभागिता बा । |
s-8
| बलिया के ओमप्रकाश आ आजमगढ़ के नैनू शुक्ल एह कार्यक्रम में अपना गवनई से रउरा सभे के भाव विभोर क दीहें , अइसन पूरा भरोसा बा । |
s-9
| बस रउऱा आशीर्वाद के जरुरत बा । |
s-10
| आईं आ सपरिवार आईं । |
s-11
| भोजपुरी खातिर एगो बड़हन आन्दोलन चलवला के जरूरत : सदानन्द शाही विश्व भोजपुरी सम्मेलन के बलिया इकाई अउर पाती सांस्कृतिक मंच के एगो बड़हन आयोजन पिछला अतवारा का दिने बलिया के टाउन हाल बापू भवन में भइल । |
s-12
| एह आयोजन के पहिला सत्र में पाती संपादक डा॰ अशोक द्विवेदी, प्रो॰ अवधेश प्रधान आ प्रो॰ सदानन्द शाही का हाथै एह साल के पाती अक्षर सम्मान डा॰ प्रकाश उदय आ डा॰ भगवती प्रसाद द्विवेदी के दिहल गइल । |
s-13
| भोजपुरी दिशा बोध के पत्रिका पाती ’ के 75 वां अंक प्रकाशित भइला के संदर्भ में पाती आ भोजपुरी कथा साहित्य ’ विषय पर एगो परिचर्चा करावल गइल जवना में कुँवर सिंह विश्वविद्यालय के भोजपुरी विभागाध्यक्ष डा॰ नीरज सिंह , भीमराव अंबदेकर बिहार विश्वविद्यालय के भोजपुरी विभागाध्यक्ष डा॰ जयकान्त सिंह जय , डा॰ रघुवंश मणि पाठक , डा॰ भगवती प्रसाद द्विवेदी , डा॰ प्रकाश उदय , डा॰ कमलेश राय वगैरह भोजपुरी कथा साहित्य के नवका रचनाशील विविधता के उजागर करे के दिसाईं पाती पत्रिका के लगातार काम कइला के सराहना कइल गइल । |
s-14
| मुख्य अतिथि प्रो॰ सदानंद शाही आ अध्यक्ष प्रो॰ अवधेश प्रधान पाती ’ के प्रेम कथा विशेषांक के संदर्भ में विस्तार से चरचा करत कहनी कि २४ गो कहानीकारन के बहुरंगी कहानियन के एह बिटोर में भोजपुरी के सगरी विविधता अपना सांस्कृतिक चेतना का साथे सामने आइल बा । |
s-15
| प्रेम के अनगिनत रूप के कहानीकार एह कहानियन में ओकरा खासियत का साथे चित्रित कइले बाड़े । |
s-16
| प्रो़ सदानंद शाही के कहना रहल कि भोजपुरी भलही आज आपन असर समाज के हर वर्ग पर जमवले जात बिया बाकिर एकरा के संवैधानिक मान्यता दिआवे खातिर एगो बड़हन आन्दोलन खड़ा कइला के जरूरत बा । |
s-17
| एकरा के कानूनी रूप से सकार लिहल जाव एह खातिर जरूरी बा कि भोजपुरी में हर तरह के लेखन सामने आवे । |
s-18
| दोसरो भासा से मजगर रचना के अनुवाद भोजपुरी में होखत रहे के चाहीं । |
s-19
| सम्मेलन के पहिला सत्र के अध्यक्षता करत प्रो॰ अवधेश प्रधान के कहना रहल कि भोजपुरी कविता आ कथा साहित्ये भर ना । |
s-20
| बलुक भोजपुरी रचनाशीलता के समहर रूप में परोसे में पाती पत्रिका के महती योगदान रहल बा । |
s-21
| जनपदीय भाषा साहित्य के एह नवजागरण के श्रेय पाती ’ पत्रिका के जाता । |
s-22
| दोसरका सत्र में पाती अक्षर सम्मान से डा॰ प्रकाश उदय आ डा॰ भगवती प्रसाद द्विवेदी के सम्मानित करत नारियल , शाल , प्रमाणपत्र आ स्मृति चिह्न दिहल गइल । |
s-23
| कार्यक्रम मेंं शैलेंद्र मिश्र आ ओमप्रकाश भोजपुरी गवनई परोसले जवना के सभे आनन्द लिहल । |
s-24
| खास क के भोजपुरी राष्ट्रगीत बटोहिया के । |
s-25
| समारोह के आखिरी आ तिसरका सत्र में कुबेर नाथ मिश्र विचित्र के अध्यक्षता में कवि सम्मेलन के आयोजन भइल । |
s-26
| एह में दयाशंकर तिवारी , भालचंद्र त्रिपाठी , कमलेश राय , भगवती प्रसाद द्विवेदी , शशि प्रेमदेव , प्रकाश उदय , कन्हैया पाण्डेय , शत्रुघ्न पाण्डेय , विजय मिश्र , शिवजी पाण्डेय रसराज , नवचन्द तिवारी , बी एल शर्मा मृदुल , विजय शंकर पाण्डेय , हीरालाल हीरा , शिवपूजन लाल विद्यार्थी , अशोक तिवारी , अशोक द्विवदी , त्रिभुवन प्रसाद सिंह प्रीतम , गिरिधर , जनार्दन राय ने काव्य पाठ किया । |
s-27
| सम्मेलन में डा. नीरज सिंह , डा. जयकांत सिंह , डा. ब्रजभूषण डा. रघुवंशमणि पाठक आदि करुण , शुभचिन्तक कलंकी आपन आपन कविता सुना के तरह तरह के रस के सवाद सुनेवालन के चखवले । |
s-28
| सबेरे दस बजे से शुरू भइल कार्यक्रम साँझ छह बजे ले चलल आ सहज भाव से एकर बढिया संचालन कइलन कौशल कुमार सिन्हा । |
s-29
| आजु दिल्ली में लागी भोजपुरियन के जमावड़ा भोजपुरी के सबसे बर सोशल साइट जय भोजपुरी डॉट कॉम के एक साल पूरा भइला का उपलक्ष्य में दिल्ली का आईटीओ स्थित राजेन्द् भवन में एगो कार्यक्रम के आयोजन कइल गइल बा जवना में साइट के सदस्यन का अलावे दोसरो भोजपुरियन के शामिल होखे के उमेद बा । |
s-30
| कार्यक्रम साँझ चार बजे से शुरु होखी जवना में इन्टरनेट पर भोजपुरी का दखल विषय पर एगो परिचर्चा से शुरुआत होखी जवना में देश विदेश से आइल भोजपुरिया आपन विचार रखीहें । |
s-31
| कार्यक्रम के समापन सांस्कृतिक कार्यक्रम से होखी जवना में भोजपुरी के नामचीन गायक आ जय भोजपुरी के कुछ सदस्यो शामिल होखिहें । |
s-32
| एह बात के जानकारी देत जय भोजपुरी के वरिष्ठ सदस्य मोंटू सिंह बतवले कि जय भोजपुरी एगो मंच ह जहवाँ लोग जाति धर्म आ इलाकाई भेदभाव भुला के भोजपुरी भाषा आ संस्कृति के बढ़न्ती का बारे में प्रयासरत रहेले । |
s-33
| छठवां विश्व भोजपुरी सम्मलेन , २०१२ हमार सम्मानित भोजपुरिया भाई आ बहिन सभे जय भोजपुरी आ प्रणाम , रउवा ई जान के ख़ुशी होई कि हर साल के तरेह एहू साल पूर्वांचल एकता मंच । |
s-34
| दिल्ली 24 - 25 मार्च 2012 ( दिन सनीचर आ एतवार ) के ‘ छठवां विश्व भोजपुरी सम्मलेन , २०१२ ’ के आयोजन कर रहल बा । |
s-35
| पांचवा विश्व भोजपुरी सम्मलेन , 2011 के अपार सफलता के बाद आ रउवा सभे के हौसला देवे के वजह से हमनी यह साल फेर ई काजकरम के आयोजन कर रहल बानी । |
s-36
| ई काजकरम में भोजपुरी भाषा पर विचार गोष्ठी , भोजपुरी कवि सम्मलेन , भोजपुरी नाटक , लोक संगीत आ भोजपुरी के सांस्कृतिक विरासत अउर संगीतो के झलक देखे के मिली । |
s-37
| भोजपुरी सिनेमो के एह साल प्रमुखता दिहल जाई । |
s-38
| ई अवसर पर देश - विदेश के भोजपुरी के जानल - मानल साहित्यकार , कवि , कलाकार , नेतागण , सामाजिक काजकर्ता आ भोजपुरी भाषा के आन्दोलन से जुडल लोग शामिल होई । |
s-39
| रउवा लोगन से निवेदन बा कि भोजपुरी साहित्य , संस्कृति , संरक्षण आ विकास खातिर पूर्वांचल एकता मंच ( रजि ) । |
s-40
| दिल्ली के ई मधुर - निमंत्रण के स्वीकार करे के किरपा करीं आ काजकरम में जादा से जादा संख्या में आई । |
s-41
| नोट : साहित्यकार , कवि , कलाकार गन , भोजपुरी से जुडल अध्यापक , आन्दोलन से जुडल लोग , पत्रकार बंधु , संस्था के प्रमुख , विश्वविद्यालय से प्राध्यापक , आध्यापक लोगन से निहोरा बा कि आपन सहमति जल्दी से जल्दी दे के हमनी के कृतार्थ करीं । |
s-42
| मंच के ओर से रउवा ठहरे आ भोजन के प्रबंध कईल गइल बा । |
s-43
| भोजपुरी माई के सेवा में रउवा सभे अपना अपना ढंग से योगदान देम हमनी के अपेक्षा कर सकेनी जा । |
s-44
| ढेरे सनसनी बा । |
s-45
| कवनो टीवी चैनल के भासा उधार ले लीं त ई कहल जा सकेला कि पूरा मुल्के में सनसनी बा । |
s-46
| मुल्के काहे पूरा दुनिया में सनसनी बा । |
s-47
| एगो टीवी चैनल एही मसला पर पूरा एक घंटा के रपट परोस दिहलसि कि – प्रियंका चोपड़ा अपना से बारह बरीस छोट दुलहा से बिआह करे जात बाड़ी । |
s-48
| हम एह रिपोर्टर से पूछनी कि – तोहरा एहसे का कि बारह बरीस छोट से बिआह करे जात बाड़ी कि बड़ से ? |
s-49
| कवनो जोर - जबरदस्ती , कवनो कानून त नइखे लाँघल जात एहमें । |
s-50
| तोहरा केरल में 120 बरीस में आइल अइसन बड़हन बाढ़ नइखे लउकत ? |
s-51
| एह बाढ़े का सगरी आयाम पर बतियाव , रपट बनाव । |
s-52
| काहे एह फेरा में पड़ल बाड़ कि 12 बरीस छोट ह कि बड़ । |
s-53
| प्रियंका - प्रोग्राम के रिपोर्टर हमरा के एगो बरियार जबाब देके चुप करा दिहलसि कि छोट बड़ बाढ़ त हर साल आवत रहेले । |
s-54
| बाकिर प्रियंका के बिआह त एके बेर होखी । |
s-55
| उनुकर बिआह एही चलते आजु के सबले बड़का इवेन्ट बावे । |
s-56
| आ ई कहि के उ रिपोर्टर फेर एह शोध में बिजी हो गइल कि प्रियंका चोपड़ा के होखेवाला पति उनुका से कतना छोट हउवे । |
s-57
| ई आशनाई कब से चलत बा , कब शुरु भइल , कहाँ शुरु भइल । |
s-58
| ई देश बिआह प्रधान देश हऽ । |
s-59
| बंदा पहिले अपना बिआह में अझूराला । |
s-60
| पढ़ - लिख के के नौकरी काहे करे के बा ? |
s-61
| काहे कि बिआह ठीक - ठाक हो जाव , बालो - बच्चा ठीक - ठाक हो जा सँ । |
s-62
| जवना आंटी लोग के आपने बिआह बड़ फजीहत से भइल रहुवे उहो लोग एही में परेशान रहेली कि अपना कुटुम्ब - परिवार के फलाना लड़िकी के बिअह काहे नइखे हो पावत ? |
s-63
| टीवी सीरियल त बिआहे भरोसे बाड़ी सँ । |
s-64
| एक बिआह का बाद दोसरा बिआह के , फेर तिसरा बिआह के । |
s-65
| फेर बिआह में तोड़ - फोड़ , फेर एगो नयका बिआह । |
s-66
| फेर एगो अउर बिआह । |
s-67
| बिआह - प्रधान मुल्क में सब कुछ बिआहे पर शुरु होला आ बिआहे पर खतम । |
s-68
| बिआह के कहानिए ना ओराव । |
s-69
| प्रियंका चोपड़ा के बिआह होखो । |
s-70
| शुभकामना । |
s-71
| बाकिर ई चैनल वाले काहे एह पर कपार खपावत बाड़ें कि प्रियंका के रोका में रसगुल्ला जवना दोकान से आइल रहुवे ओह दोकान के कर्मचारी झप्पूलाल से इन्टरव्यू कइसे हासिल कइल जाव ? |
s-72
| अरे दोकान के कर्मचारी से काहे , सीधे ओकरा मालिके के इन्टरव्यू काहे ना ले लिआव ? |
s-73
| बाकिर मालिक एलान क के बइठल बा कि ऊ एह पर बीबीसी , सीएनएन , भा अल जजीरा जइसन कवनो ग्लोबल चैनले के इन्टरव्यू दी । |
s-74
| एगो चैनल के चीफ अपना रिपोर्टर से पूछत बा कि एहमें नाग - नागिन के डाँस वाला एंगल डालल जा सकेला कि ना ? |
s-75
| का अपना रपट में बतावल जा सकेला कि ई लोग पिछला जनम में बिछुड़ल नाग - नागिन के जोड़ी ह । |
s-76
| अब भारत - भूमि में एह लोग के पुनर्मिलन हो रहल बा । |
s-77
| हम ओह चीफ के डपटनी कि का बेहूदा आइडिया खोजे में लागल बाड़ ? |
s-78
| ऊ चैनल चीफ चहक के बोलल – चलीं अब रउरो कन्फर्म कर दिहनी कि ई बेहूदा आइडिया बा । |
s-79
| अब त एकरा के हिन्दुस्तान में हिट होखला से केहू रोकिए ना सके । |
s-80
| हम त टेंशन में तब आइलें जब कार्यक्रम के केहू सउरदार बता देला । |
s-81
| प्रियंका चोपड़ा के बिआह बहुते बड़ खबर बा । |
s-82
| प्रियंका के बिआह जबले पूरा नइखे हो जात तबले ई खबर बाढ़ - सूखाड़ पर भारी पड़त रही टीवी चैनलन पर । |
s-83
| देखतानी एगो चैनल पर ब्रेकिंग न्यूज आ रहल बा – सबले पहिले हम बताएब कि प्रियंका अपना बिआह वाला लहँगा कवना दोकान से खरीदिहें । |
s-84
| सबसे पहिले हमरा चैनल पर । |
s-85
| हार्ड न्यूज , ब्रेंकिंग न्यूज । |
s-86
| आईं पूरा धीरज आ संयम सें प्रियंका चोपड़ा के बिआह होखे तकले इंतजार कइल जाव । |
s-87
| पप्पू बनि के जीयल आसान ना होखे । |
s-88
| ओकरा खातिर बहुते तेज दिमाग राखे के होला । |
s-89
| अइसन अइसन बाति सोचे - कहे के पड़ेला जे दोसर केहू सपनो में ना सोच सके । |
s-90
| बाकिर पप्पू के दुर्भाग्य कि ऊ इटालियन महतारी का पेट से बाकिर हिन्दुस्तान में जनमल । |
s-91
| ओह घरी के कहो ओकरा कई बरीस बाद ले ओकर महतारी इटली के नागरिक बनल रह गइल रही । |
s-92
| ऊ त जब राजीव गाँधी के राजनीति में अइला का बाद जरूरी हो गइल तब जा के हिन्दुस्तान के नागरिकता लिहली । |
s-93
| इटली के नागरिकता शायद आजु ले नइखी छोड़ले । |
s-94
| कहे वाला त इहो कहेलें कि राहुल आ प्रियंको इटलिए के नागरिक ह लोग । |
s-95
| इटली में दू गो नागरिकता रखला से कवनो फरक ना पड़े बाकिर हिन्दुस्तान के नियम कायदा एकर मनाही करेले । |
s-96
| बाकिर बिलाई का गरदन में घंटी लटकावे के बेंवत केकरा लगे बा । |
s-97
| मोदिओ जइसन आदमी चार बरीस में एह लोग के कुछ ना उखाड़ पवलें । |
s-98
| ऊ त धन कहीं कि स्वामी जइसन आदमी इनका पीछे अस लागल बा कि एह लोग के चैन से जिए नइखे देत । |
s-99
| महतारी बेटा धोखाधड़ी का मामिला में जमानत पर छूटल बा लोग आ कब ई जमानत रद हो जाई कहल ना जा सके । |
s-100
| अलग बाति बा कि एगो फोन क के सुप्रीम कोर्ट से जमानत दिआवे के ताकत उनुका गोल का लगे आजुओ मौजूद बा । |