s-1
| अपर तै वक़्ते दे मताबक तिह्नां रुस्सेयाँ रिश्तेदारां जो रोटी खुआणे ते मना करी दित्ता। |
s-2
| तिसते बाद ही इसदी गल्ल मन्नी जाएं। |
s-3
| दुर्गा माता त्रीह्नी जो बचाणे ते बाद तित्थू ते झटपट छपन होई गेई। |
s-4
| इह्नां रुक्खां दे कारण हर रोज़ हवा औंदी है। |
s-5
| यानिकि दोयो माहणू रुक्खे दिया छांवां विच हन। |
s-6
| अगलेयां चौंह सालां ते बाद इस बारे विच हालत साफ़ होई जाणी। |
s-7
| लोकां जो हुण इस बारे विच डर छडी देणा चाहिदा। |
s-8
| डॉक्टर बी रंगराजन कने डॉक्टर के पी शर्मा ग्राएं दे माहणू हन। |
s-9
| काळुए दा एह पहला पक्का घर है। |
s-10
| एह कथा रामचन्द्र भगवाने कने जुड़ियो है। |
s-11
| पर इसा बारिया तिह्नां मते अम्ब नी तोड़े। |
s-12
| तिह्नां दस्सेया जे प्रधान त्रींह बड्डेयां खूह्आं पर 19 हज़ार रूपेइये खर्च करा करदा है। |
s-13
| रूपणू छब्बी मील पैदल चल्ली मन्दर पुजदा था। |
s-14
| कराळी दे पत्तर भी घट्ट गिणतिया विच थे। |
s-15
| कोई पैंती मिनटां तिकर घळाटी चलदी रेह्यी। |
s-16
| इसदे कारण सरकारा जो रेडियो कम्पनिया ते मिलणे वाळे पैसे विच 8 प्रतिशत दा फ़ायदा होया। |
s-17
| तिसदा तिसदिया सस्सू मज़ाक उडाया। |
s-18
| शर्माजी अट्ठ साल पहले स्कूले दे मास्टर रेह्यो थे। |
s-19
| प्रधान होरां सनीचरवारे जो मुख्यमंत्री ग्राम सड़क निर्माण योजना , 2020 जो सर्वसम्मति ने पास करी दित्ता। |
s-20
| धन्नुए दी एह दूई बड्डी कमाई थी। |
s-21
| टप्परुए दिया जगह पर पक्के कमरे बणेओ हन। |
s-22
| स्टेडियम विच हुण लोकां जो मन्त्रिए कने मिलणे दा मौक़ा तां मिल्ला। |
s-23
| इसते बाद कांगड़े देयां ग्रां विच 5 कने 6 तरीख जो तिन्नी लोकां कने मिलणा है। |
s-24
| हुण तां प्रधानमंत्री इक्क गल्ल करदे हन कने अगले दिन तिसा परा मुकरी जांदे हन। |
s-25
| 8 मैम्बरी इसा सभा दी प्रधानी राजकुमार शर्मा ने कित्ती। |
s-26
| बल्कि मंत्रिमंडले विच एह हिस्सेदारी 40 प्रतिशत होई सकदी है। |
s-27
| जे तुसां इंटरनेट बैंकिंग दा इस्तेमाल करदे हन , तां च्तन्न होई जा। |
s-28
| इसदे कने ही तिह्नां रिंकू चौहान जो धरैंस रखणे दी सलाह देई दित्ती। |
s-29
| इसते लोकां जो तिह्नांदी पैदावार दा घट्ट मुल्ल मिलदा है। |
s-30
| तिह्नां कमरे विच महात्मा गांधी दी इक्क तस्वीर रखणे दी भी सलाह दित्ती। |
s-31
| राम सिंह चौधरिएं ग्रांएं विच खौह्दळ पाई दित्तियो थी। |
s-32
| अगले दिनें फिरी तिन्नी गल्ल कित्तियो थी। |
s-33
| सैह मते वक़्ते ते डोगरे ते लाह्दी रेह्या करदी है। |
s-34
| दस्सेया गेया है जे ग्रांएं विच बरखा लगी पेइयो है। |
s-35
| सफ़रे दे दौरान सैह राजकुमार प्रिंस हैरी दे दफ़्तरे विच भी गए। |
s-36
| 15 दिसम्बर जो शुरू होईके तिह्नांदी जातर चौंह दिनां विच पूरी होई। |
s-37
| जातरा विच लगभग 50 जातरू तिह्नां कने थे। |
s-38
| मिंजो किताबा पढ़ने ताईं ऐनका दी ज़रूरत पौंदी है। |
s-39
| बिट्टी बक्खे वाळे बल्लड़े विच टेनिस खेला करदी थी। |
s-40
| तिन्ना जणासा मिंजो कने कमरे विच खरे ढंगे ने गल्ल कित्ती। |
s-41
| इस घणे वणे विच बरखा कजो लगी पेई? |
s-42
| तिसा दा लाड़ा फ़ौजी है कने खरा आदमी है। |
s-43
| पता नी मोआ तोपा भी करदा है कि चला गेया है घरे जो! |
s-44
| तिसदी अम्मा ग्रांएं दी प्रधान है। |
s-45
| झाणुए दे अंगणे विच मुन्नुए दी किताब सुटी दित्तियो है। |
s-46
| साधु लगभग चार फुट उच्चे टियाळे पर बैठेया था। |
s-47
| कुहला ते पचांह राजुए दे घरे ते उप्पर दूलो मिस्त्रिए दी घराळ है। |
s-48
| बाज़ार तवारे जो बन्द रैहंदा है। |
s-49
| इस पुराणे मन्दरे विच दुर्गा कने शिवे दियां मूर्तियां दी स्थापना कित्ती गेइयो है। |
s-50
| माता चामुंडा दे बारे विच मतियाँ कथां प्रचलत हन। |
s-51
| कांगड़ें माता ब्रजेश्वरिया दा मुख्य मंदिर है। |
s-52
| इस मन्दरे विच दो दरवाज़े हन। |
s-53
| इस घरे दे पछवाड़े तारा मन्दर बणेया है। |
s-54
| चंद्रकांत हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय विच हिंदिया दे प्रोफेसर हन। |
s-55
| ग्लान्दे हन प्रीता कने लड़ाइया विच सब कुछ जायज़ है। |
s-56
| सैह पंजाब विच है। |
s-57
| तित्थू तिसदिया बिटिया दा ब्याह है। |
s-58
| एह इक्क धार्मिक जातर है। |
s-59
| पर पहले साहीं स्थिति नी है। |
s-60
| इह्नां गल्लां दा कोई मतलब नी है। |
s-61
| हुण मन्दरे कने मस्जिदा दे मुद्दे जो लोक महत्त्व नी दिंदे। |
s-62
| इत्थू रोज़ सतलुजा ते 250 घनमीटर पाणी छड्डेया जा करदा है। |
s-63
| कटोचां दी राजधानी होणे दे कारण प्राचीनकाल विच इसा जगह दी बड़ी महत्ता थी। |
s-64
| इसदा मालक कांगड़े दा राजा है। |
s-65
| डंगे दी चणाई पंचायती राजे दिया मददा कने कित्ती गेइयो है। |
s-66
| मन्दरे दे चन्ने बड्डा त्ळा है। |
s-67
| इसदे बुह्ले पासे ही मराळी मन्दिर है। |
s-68
| तित्थू बाज़ारां विच भी साल भर भीड़ रैहंदी है। |
s-69
| इसते अलावा लाहदियाँ - लाहदियाँ रियासतां देयां राजेयां दे महल भी हन। |
s-70
| धौलाधार धरती दा सुरग है। |
s-71
| सैह नदी नीले रंगे दी है। |
s-72
| अमेरिका दी पाकिस्तान नीति ढिल्ली पेइयो है। |
s-73
| इसते अमेरिका दी पकड़ कमज़ोर हुन्दी जा करदी है। |
s-74
| तिह्नां ग्लाया जे एह सरासर बेइन्साफ़ी है। |
s-75
| इसते परन्त सैह कुथी घुम्मणा नी निकळी। |
s-76
| वीरवारे जो सोहणुए दे हटी औणे दी मेद है। |
s-77
| दिल्लिया विच कल सुन्ना 300 रूपेइये बद्धीकरी 35000 रूपेइये प्रति तोळे पर बन्द होया था। |
s-78
| तिह्नां कने मितुए दे होर मित्तर भी थे। |
s-79
| असां तिसजो सौग्गी लेईके चलणे दी कोशिश करगे। |
s-80
| एह लोक मता कम्म करदे हन। |
s-81
| मोहन केइयाँ सालां ते पंचायता विच हाज़र नी होआ करदा है। |
s-82
| पालमपुरे ते शुरू होईके पंगा धर्मशाला विच भी पुजी गेया था। |
s-83
| कैंहजे , चोरिया चकारिया दियां सबते ज़ादा शिकायतां इह्नां लाक़ेयाँ ते थियां। |
s-84
| इस ताईं ज़िला स्तर पर इक्क बड्डी योजना बणाई गेइयो है। |
s-85
| कुल पंडतां विच 25 प्रतिशत कर्मकांडी हन। |
s-86
| प्रदेशे देयां सारेयां दफ्तरां विच ज़रूरता ते घट्ट कर्मचारी हन। |
s-87
| असां जाहलू ताईं अपणी सेहत नी गवाई दिंदे ताहलू तक इसा दी असली कीमत नी बझोंदी। |
s-88
| रीता डाक्टर है। |
s-89
| मैं बिल्ली जो काली रोटी दित्ती। |
s-90
| तिन्नी अपणा कने प्रेते दा हाल दसेया। |
s-91
| हवा दे सफरे दा पहला तरीका फूकणू था। |
s-92
| राधा गलाया मीना जो कताब दुआएं। |
s-93
| रामें मोहने जो नीली किताब दित्ती। |
s-94
| सैह सरपे दिक्खी डरी गेया। |
s-95
| चल इक कहाणी सणांदी। |
s-96
| हुण मिंजो तुसां दा ही होंसला है। |
s-97
| रामें खाणा खाणे पिछुआ पाणी पीता। |
s-98
| सैह झटपट लिखा दा था। |
s-99
| अम्मा कुथू गेईयो है? |
s-100
| तुसां रोज़ कितणे बजे उठदे हन? |