s-502
| हिमाचल के भाजपा सदस्यों ने भी राज्य में विधान परिषद की माँग की है । |
s-503
| इसलिए सदन को इस विधेयक के सकारात्मक पहलुओं को ध्यान में रखा जाना चाहिए । |
s-504
| इससे पूर्व चर्चा के दौरान आंध्र प्रदेश लेजिस्लेटिव काउंसिल बिल 2005 का तेलगुदेशम् पार्टी के सांसदों ने विरोध किया । |
s-505
| उनकी माँग पर सदन में वोटिंग कराई गई । |
s-506
| इसके बाद उप सभापति ने विधेयक को पारित करने की घोषणा की । |
s-507
| तेदेपा ने यह कहकर इसका विरोध किया कि इसके जरिए कांग्रेस सरकार अपने हारे हुए नेताओं और तथाकथित बुद्धिजीवियों को रोजगार देना चाहती है । |
s-508
| इसलिए दलगत राजनीति से ऊपर उठकर इस विधेयक को पारित किया जाना चाहिए । |
s-509
| केंद्र सरकार ग्रामीण रोजगार गारंटी कानून लागू करने से पहले राज्य सरकारों से संपर्क करने में जुट गई है । |
s-510
| केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय ने इस मसले पर राज्यों से विचार - विमर्श के लिए २७ सितंबर को राज्यों के ग्रामीण विकास मंत्रियों की बैठक बुलाई है । |
s-511
| केंद्र और राज्यों की तैयारी से साफ है कि इस कानून को लागू करने में अभी कुछ समय लग सकता है । |
s-512
| केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्री डॉ. रघुवंश प्रसाद सिंह का कहना है कि इस कानून को लागू करने के लिए उन्हें कम से कम दो माह का समय चाहिए । |
s-513
| इस दौरान इस कानून को लेकर राज्यों के साथ विचार - विमर्श किया जाएगा व इसके दिशा - निर्देश तैयार किए जाएंगे । |
s-514
| डॉ. सिंह के कथन से साफ है कि अब इस कानून को गाँधी जयंती से लागू कर पाना संभव नहीं है । |
s-515
| अलबत्ता १४ नवंबर को नेहरू जयंती के मौके पर इसे लागू किए जाने की संभावना है । |
s-516
| मंत्रालय ने सभी मुख्यमंत्रियों को भी भेजकर इसे लागू करने के तौर - तरीकों को लेकर सलाह माँगी है । |
s-517
| सभी सांसदों से भी राय माँगी गई है । |
s-518
| इस कानून को राज्य सरकारों के माध्यम से ही लागू किया जाना है । |
s-519
| संसद से पारित विधेयक पर राष्ट्रपति के हस्ताक्षर हो जाने के बाद मंत्रालय अब इसके दिशा - निर्देश तैयार करने में जुटा है । |
s-520
| केंद्र की कोशिश है कि कानून लागू करने से पहले इस कार्यक्रम के तहत काम पाने वाले लोगों के नाम पंचायतों में दर्ज हो जाए । |
s-521
| मंत्रालय इससे पहले इस मसले पर राज्यों के ग्रामीण विकास सचिवों की राय ले चुका है । |
s-522
| इसके अलावा मंत्रालय इस कानून के दिशा - निर्देशों को लेकर योजना आयोग के साथ भी विचार - विमर्श कर चुका है । |
s-523
| समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता अमर सिंह के फोन टैपिंग और उनके आवास पर हुए हमले के विरोध में शुक्रवार को बड़ी संख्या में लोगों ने कांग्रेस के विरोध में प्रदर्शन किया । |
s-524
| अखिल भारतीय क्षत्रिय महासभा के बैनर तले जुटे अनेक क्षत्रिय संगठनों ने जंतर - मंतर पर धरना दिया । |
s-525
| प्रदर्शन में बड़ी संख्या में क्षत्राणियाँ भी पगड़ी बाँधकर आई थीं । |
s-526
| इस मौके पर राष्ट्रपति को ज्ञापन भी सौपा गया । |
s-527
| धरने में शामिल होने के लिए दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से लोग आए थे । |
s-528
| रैली जैसे ही संसद मार्ग थाने पहुँची तो उत्साही युवा पहली बैरीकेडिंग को लाँघ गए । |
s-529
| लेकिन भारी पुलिस बल के कारण वे दूसरी बैरीकेडिंग को पार नहीं कर सके । |
s-530
| प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे सपा के पूर्व सांसद सी. एन. सिंह ने कहा कि हम ईंट का जवाब पत्थर से देंगे । |
s-531
| अमर सिंह पर हमला पूरे क्षत्रिय समाज पर हमला है । |
s-532
| सांसद चंद्रभूषण सिंह ने कहा कि सोनिया गाँधी अमर सिंह और सपा की लोकप्रियता से डर गई हैं । |
s-533
| पूर्व सांसद अखिलेश सिंह ने कहा कि अमर सिंह का फोन टैप कराना उनकी निजता का हनन है । |
s-534
| महासभा के राष्ट्रीय महासचिव हरि नारायण सिंह ने कहा कि अमर सिंह के घर पर युवा कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हमला घृणित कार्य है । |
s-535
| गढ़मुक्तेश्वर से सपा विधायक मदन चौहान ने कहा कि जो काम कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने किया है, वह हम भी कर सकते हैं लेकिन अमर सिंह ऐसा नहीं चाहते । |
s-536
| सपा नेता अशोक चौहान नोएडा से बड़े काफिले के साथ प्रदर्शन में शामिल हुए । |
s-537
| उनका कहना था कि दिल्ली पुलिस ने उनकी बसों को काफी देर तक रोके रखा । |
s-538
| प्रदर्शन में सपा की राष्ट्रीय सचिव व महिला मोर्चा की अध्यक्ष रंजना वाजपेयी, विधायक कोविद कुमार सिंह, कीर्ति वर्धन सिंह, ठाकुर सुनील सिंह और मोहन सिंह भी शामिल हुए । |
s-539
| धरने का संचालन महासभा की राष्ट्रीय सचिव अर्चना राठौर ने किया । |
s-540
| सत्तारूढ़ यूपीए सरकार को बाहर से समर्थन दे रही मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा) ने भारत की विदेश नीति को बाहरी दबावों से स्वतंत्र रखे जाने की वकालत की है । |
s-541
| यूपीए और वाम दलों की समन्वय समिति की महत्वपूर्ण बैठक सोमवार को संसद के शीतकालीन सत्र से ठीक दो दिन पहले होगी । |
s-542
| वाम दल तीखे तेवरों के साथ सरकार के समक्ष ईरान के खिलाफ मतदान, राजग शासन के दौरान तेल सौदे और महिला आरक्षण के मुद्दे उठाएँगे । |
s-543
| हैदराबाद में एक सम्मेलन के दौरान यूपीए सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए माकपा महासचिव प्रकाश करात ने रविवार को कहा कि वाम दलों का मानना है कि विदेश नीति स्वतंत्र होनी चाहिए । |
s-544
| अगर केंद्र ईरान के खिलाफ मतदान करना चाहता है तो उसे बिना किसी बाहरी दबाव के देश हित को ध्यान में रखकर गंभीरता से विचार करना चाहिए । |
s-545
| बिना लाग - लपेट करात ने यूपीए से ईरान के परमाणु मुद्दे पर इस माह के आखिर में होने वाली आईएईए की बैठक के संबंध में अपना रुख स्पष्ट करने को कहा । |
s-546
| सम्मेलन में अन्य वक्ताओं ने भी कहा कि यूपीए को स्वतंत्र विदेश नीति के प्रति प्रतिबद्ध होना चाहिए । |
s-547
| उनका कहना है कि परमाणु मुद्दे पर ईरान को अलग - थलग करने के लिए अमेरिका ने भारत के समर्थन के अभियान का एक मसौदा तैयार कर लिया है । |
s-548
| करात ने कहा कि इस प्रस्ताव पर यूपीए को अपना रुख स्पष्ट करना होगा और विदेश नीति को देश हित में तैयार करना होगा । |
s-549
| उन्होंने कहा कि ७० फीसदी तेल आयात करने वाले भारत को ईरान से अच्छे संबंध बरक़रार रखने चाहिए । |
s-550
| करात के खुले आम विरोध जताने से जाहिर हो गया है कि शनिवार को दिल्ली में यूपीए के साथ वाम दलों की समन्वय समिति की बैठक निष्कंटक नहीं होने वाली । |
s-551
| इस बैठक में देश की विदेश नीति के अलावा भी कई अन्य मुद्दे उठाए जाएँगे । |
s-552
| वाम दल सरकार को कुछ विधेयक लाने में हो रही देरी पर भी घेराबंदी करेंगे । |
s-553
| वाम दलों का मानना है कि महिला आरक्षण विधेयक और अनुसूचित जनजाति (वन अधिकार) विधेयक संसद के इस सत्र में जरूर लाए जाने चाहिए । |
s-554
| पर मुख्य मुद्दा विदेश नीति ही रहने की संभावना है । |
s-555
| वहीं वाम नेताओं में हरकिशन सिंह सुरजीत, प्रकाश करात, एबी बर्धन, डी. राजा, अबनी रॉय और देबदत्त बिस्वास मौजूद होंगे । |
s-556
| सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और बांग्लादेश राइफल्स (बीडीआर) सीमा के पास संयुक्त गश्त पर राजी हो गए हैं । |
s-557
| इस पर विस्तृत योजना तैयार की जा रही है । |
s-558
| यहाँ बीएसएफ के असम, मेघालय, मणिपुर और नागालैंड मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि सीमा पर संयुक्त निगरानी का काम जल्द ही शुरू हो जाएगा । |
s-559
| पिछली १९ मई को बांग्लादेश के तांबिल क्षेत्र में डीआईजी स्तर की बैठक में इसका फैसला किया गया । |
s-560
| उधर एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कोई भी बांग्लादेशी सीमा पार से नहीं आ रहा है । |
s-561
| बांग्लादेशी सुरक्षा बलों से भी किसी तरह की दखलंदाजी नहीं हुई है । |
s-562
| बांग्लादेश सीमा पर शांति है । |
s-563
| सरकार ने प्रतिबंधित उग्रवादी संगठन यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (यूएनएलएफ) के प्रस्ताव को एक सिरे से नकार दिया है । |
s-564
| इंफाल से २५ किलोमीटर दूर लेइमाखोंग स्थित ५७ - माउंटेन डिवीज़न के मुख्यालय में संवाददाता सम्मेलन में रक्षामंत्री प्रणब मुखर्जी ने यूएनएलएफ के प्रस्ताव को नकारते हुए कहा कि यह किसी भी तरह से संभव नहीं है । |
s-565
| मणिपुर की आज़ादी की माँग करने वाले उग्रवादी संगठन यूएनएलएफ ने कहा कि केंद्र सरकार अगर संयुक्त राष्ट्र के अधिकारियों के सामने जनमतसंग्रह करवाने के लिए तैयार हो तो वह हथियार डालने के लिए तैयार है । |
s-566
| राज्य में उग्रवाद के मुद्दे पर प्रणब मुखर्जी ने कहा कि क्षेत्र में सामान्य स्थिति बहाल करने में राज्य सरकार को मदद करने के लिए यहाँ सेना तैनात की गई है । |
s-567
| मुखर्जी ने कहा कि सेना ने राज्य में उग्रवादियों के प्रभाव वाले इलाकों से उनका सफाया कर दिया है । |
s-568
| अब इन स्थानों पर सुरक्षाबलों का नियंत्रण है । |
s-569
| उन्होंने कहा कि सेना ने राज्य के ८ से ९ उग्रवादी संगठनों के खिलाफ संघर्ष विराम की घोषणा कर रखी है । |
s-570
| इसीलिए सेना ने इन संगठनों के खिलाफ अपना अभियान रोका हुआ है । |
s-571
| हालांकि मुखर्जी ने इन संगठनों के नाम का खुलासा नहीं किया । |
s-572
| प्रणब मुखर्जी ने कहा कि आईजोल व मिजोरम में सेना भर्ती केंद्र खोला जाएगा । |
s-573
| मणिपुर के दौरे के दौरान मुखर्जी के साथ सेना प्रमुख जे. जे. सिंह और पश्चिमी कमान के जीओसी इन सी अरविंद शर्मा भी साथ थे । |
s-574
| उत्तर भारत के कई स्थानों में बृहस्पतिवार की सुबह तक भारी वर्षा रिकॉर्ड की गई । |
s-575
| हरियाणा के नारायणगढ़ में सबसे अधिक वर्षा ८१ मिमी होने के समाचार हैं । |
s-576
| उत्तरांचल के रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त मुनि इलाक़े में भूस्खलन की वजह से भारी नुकसान पहुँचा है । |
s-577
| भूस्खलन में चार लोगों के मरने की आशंका है और १२ घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं । |
s-578
| जबकि मुंबई शहर में भी भारी वर्षा की वजह से रेल और सड़क यातायात आंशिक रूप से बाधित रहा । |
s-579
| सरकारी प्रवक्ता के अनुसार केदारनाथ यात्रा मार्ग में रुद्रप्रयाग जिले के अगस्त मुनि इलाके में भूस्खलन की वजह से भारी नुकसान पहुँचा है । |
s-580
| भूस्खलन में चार लोगों के मरने की आशंका है और १२ घर क्षतिग्रस्त हो गए हैं । |
s-581
| इसके अलावा कई अन्य स्थानों पर भूस्खलन की वजह से चार - धाम की यात्रा फिर से बाधित हो गई है । |
s-582
| प्रशासन ने आईटीबीपी की मदद से राहत कार्य शुरू कर दिया है । |
s-583
| मुंबई शहर में भी भारी वर्षा की वजह से रेल और सड़क यातायात आंशिक रूप से बाधित रहा । |
s-584
| पश्चिमी रेलवे के सूत्रों ने कहा कि मुंबई सेंट्रल और ग्रांट रोड के बीच चार में से दो रेल मार्ग पर पानी जमा होने की वजह से रेल यातायात बाधित हो गया है । |
s-585
| देश का एक तिहाई हिस्सा सूखे की चपेट में आ चुका है । |
s-586
| उत्तरी राज्यों में जम्मू कश्मीर और पूर्वी उत्तर प्रदेश में ही ठीक - ठाक बारिश हो पाई है । |
s-587
| देश में मानसून सीज़न में अब तक औसत से १४ फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है । |
s-588
| पिछले सप्ताह कमी का आँकड़ा १० फीसदी था । |
s-589
| मौसम वैज्ञानिकों ने आशंका जताई है कि मानसून एक बार फिर से कमजोर चरण में प्रवेश कर सकता है । |
s-590
| मौसम विभाग के १ जून से १९ जुलाई तक के बारिश के आंकड़ों के अनुसार सूखे का खतरा बढ़ता जा रहा है । |
s-591
| इस अवधि में कुल २९२.३ मिमी बारिश हुई है जबकि ३४० मिमी बारिश होनी चाहिए । |
s-592
| उत्तरी राज्यों में हिमाचल प्रदेश में कुल २०४ मिमी बारिश हुई है जबकि अब तक २५४ मिमी होनी चाहिए । |
s-593
| राज्य में २० फीसदी कम बारिश दर्ज की गई है । |
s-594
| उत्तरांचल में ४१६ मिमी की तुलना में ३२५ मिमी बारिश हो पाई है जो औसत से २२ फीसदी कम है । |
s-595
| यानि दोनों राज्य सूखे की चपेट में हैं । |
s-596
| जबकि पंजाब सूखे के करीब पहुँच चुका है । |
s-597
| वहां १५३ के मुकाबले १२४ मिमी बारिश हुई है जो औसत से १९ फीसदी कम है । |
s-598
| पश्चिमी उत्तर प्रदेश में २२४ की तुलना में २०० मिमी बारिश हुई है जो औसत से ११ फीसदी कम है । |
s-599
| इन राज्यों में १४४ के मुकाबले १२६ मिमी बारिश दर्ज की गई है जो औसत से १२ फीसदी कम है । |
s-600
| मौसम विभाग के अनुसार देश के ३६ में से १२ संभाग सूखे की चपेट में आ चुके हैं । |
s-601
| देश में सर्वाधिक बारिश के लिए मशहूर मेघालय की हालत भी इस बार खराब है । |