s-301
| सर्वेक्षण में इस बात का खुलासा किया गया है कि वर्ष २००३ - ०४ के दौरान केंद्रीय स्वास्थ्य क्षेत्र की योजनाओं के लिए आबंटित रकम में २००२ - ०३ के मुकाबले कोई वृद्धि नहीं की गई । |
s-302
| आर्थिक सर्वेक्षण २००३ - ०४ में कहा गया है कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति १९८६ के तहत निरक्षरता को पूरी तरह से समाप्त करने हेतु एक व्यापक नीतिगत रूपरेखा तैयार की गई है और सकल घरेलू उत्पाद के ६ फीसदी की दर से शिक्षा पर खर्च करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है । |
s-303
| गौरतलब है कि वर्ष २००२ - ०३ के दौरान शिक्षा पर केंद्र और राज्य सरकार द्वारा कुल मिलाकर जीडीपी का मात्र ३ फीसदी ही व्यय किया गया । |
s-304
| सर्वेक्षण के दौरान कुछ सुखद पहलू भी सामने आए हैं । |
s-305
| पहली बार जनसंख्या वृद्धि की तुलना में साक्षरता में अधिक वृद्धि हुई है और निरक्षर लोगों की संख्या घटने लगी है । |
s-306
| साक्षरता की वृद्धि दर १९५१ के १८.३ फीसदी से नाटकीय रूप से बढ़कर २००१ में ६४.८ फीसदी हो गई । |
s-307
| वर्ष १९९१ - २००० के दौरान साक्षर लोगों की संख्या में ५९ फीसदी की दर से वृद्धि हुई जबकि इसी अवधि के दौरान साक्षरता में १२.६ फीसदी की रफ्तार से बढ़त हुई । |
s-308
| पहली बार ऐसा हुआ है कि महिला साक्षरता की दर पुरुषों को मात दे गई हो । |
s-309
| इस तरह साक्षरता में लिंग भेद का अनुपात घटा है । |
s-310
| आर्थिक सर्वेक्षण २००३ - ०४ में कहा गया है कि प्राथमिक कक्षा में नामांकन के मामले में लड़कियां लड़कों से आगे रही है । |
s-311
| स्कूली शिक्षा के प्रत्येक स्तर पर लड़कियों की भागीदारी बढ़ी है । |
s-312
| उत्तर पूर्व के राज्य लड़कियों की प्राथमिक शिक्षा के मामले में काफी आगे रहे हैं । |
s-313
| उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों की संख्या बढ़ी है और १९९७ - ९८ के ७.२६ मिलियन से बढ़कर २००२ - ०३ में ९.२ मिलियन हो गई । |
s-314
| इस दौरान उच्च शिक्षा में महिलाओं की भागीदारी बढ़ कर ४० फीसदी हो गई । |
s-315
| राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष व रेल मंत्री लालू प्रसाद यादव ने कहा है कि गोधरा मामले की फाइल दोबारा खोलने के विरोध में ही विपक्ष उन पर दबाव बना रहा है । |
s-316
| लालू ने कहा कि वह किसी के दबाव में आने वाले नहीं । |
s-317
| उन्होंने कहा कि गोधरा कांड में विभिन्न जांच रिपोर्टों का वह अध्ययन कर रहे हैं और दोषियों को किसी भी सूरत में बख्शा नहीं जाएगा । |
s-318
| मनमोहन सिंह सरकार में दागी मंत्रियों पर विपक्ष के विरोध से क्षुब्ध लालू ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन पर 'दोहरे मानक' अपनाने का आरोप लगाया । |
s-319
| उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में भी कई मंत्रियों के खिलाफ आपराधिक मामले थे, लेकिन तत्कालीन प्रधानमंत्री ने इसे अपना विशेषाधिकार बताया था । |
s-320
| लालू ने आरोप लगाया कि राजग के कई मंत्री राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल रहे हैं और वह उसे उजागर करेंगे । |
s-321
| उन्होंने आरोप लगाया कि पूर्व उप प्रधानमंत्री आडवाणी एक अंतर्राष्ट्रीय मामले में शामिल हैं । |
s-322
| उन्होंने यह मामला इंटरनेट से खोज निकाला है । |
s-323
| उन्होंने कहा कि विपक्ष उनका मनोबल तोड़ना चाहता है । |
s-324
| लेकिन ऐसा नहीं होगा क्योंकि वह किसी की दया पर मंत्री नहीं बने बल्कि अपने दम पर बने हैं । |
s-325
| संसद भवन में प्रेस कांफ्रेंस बुलाकर लालू ने १३ दिसंबर, २००० को लोकसभा में नियम - १८४ के तहत अयोध्या मामले में आरोपी मंत्रियों के मुद्दे पर हुई बहस का ब्योरा रखा । |
s-326
| बहस कांग्रेस नेता जयपाल रेड्डी के प्रस्ताव पर हुई थी । |
s-327
| लोकसभा में बहस के दौरान प्रधानमंत्री वाजपेयी ने अपने मंत्रियों लालकृष्ण आडवाणी, डॉ मुरली मनोहर जोशी और उमा भारती का खुलकर बचाव किया था । |
s-328
| वाजपेयी ने कहा था, जिन मंत्रियों को मंत्रिमंडल से हटाने की बात की जा रही है, उनके त्यागपत्र लेने का सवाल ही नहीं पैदा होता है । |
s-329
| वे अगर त्यागपत्र भी दे देंगे तो मैं त्यागपत्र वापस कर दूंगा |
s-330
| वहीं राज्यसभा में वाजपेयी ने कहा, 'मंत्री नियुक्त करना मेरी जिम्मेदारी है और प्रधानमंत्री के नाते त्यागपत्र लेना भी मेरी जिम्मेदारी है । |
s-331
| क्या सदन तय करेगा कि किसे मंत्री होना चाहिए |
s-332
| वाजपेयी के बयानों का हवाला देते हुए लालू ने कहा कि राजग के प्रधानमंत्री जहां अपने मंत्रियों का बचाव कर रहे थे वहीं अब वे हमारे इस्तीफे की मांग कर रहे हैं । |
s-333
| लालू ने कहा कि जयललिता और उमा भारती के खिलाफ भी आरोप हैं लेकिन वे अपने पदों पर बनी हैं । |
s-334
| लालू ने विपक्ष को चेतावनी दी है कि वे अपनी मुहिम खत्म करें वरना वह भी उनके दोहरे चरित्र का पर्दाफाश करेंगे । |
s-335
| कारगिल युद्ध के बारे में गठित सुब्रह्मण्यम समिति की रिपोर्ट को खारिज करते हुए अवकाश प्राप्त ब्रिगेडियर सुरिंदर सिंह ने आरोप लगाया है कि सामरिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण द्रास सेक्टर की एक महत्वपूर्ण चौकी अब भी पाकिस्तान के कब्जे में है । |
s-336
| कारगिल क्षेत्र में पाकिस्तानी घुसपैठ के बारे में सबसे पहले जानकारी देने वाले अवकाश प्राप्त ब्रिगेडियर सुरिंदर सिंह ने कहा है कि टाइगर हिल के निकट नियंत्रण रेखा के ३०० मीटर अंदर स्थित प्वाइंट ५३५३ अब भी पाकिस्तान के कब्जे में है । |
s-337
| कारगिल युद्ध के समय ब्रिगेडियर सिंह ब्रिगेड कमांडर थे । |
s-338
| ब्रिगेडियर सिंह ने सुब्रह्मण्यम समिति की रिपोर्ट की किसी निवर्तमान जज से जांच कराने की मांग की है । |
s-339
| ब्रिगेडियर सिंह ने आरोप लगाया है कि इस समिति का गठन सरकार की विफलता को छिपाने के साथ - साथ वरिष्ठ अधिकारियों को बचाने के लिए किया गया था । |
s-340
| लड़ाई के दिनों को याद करते हुए ब्रिगेडियर सिंह ने कहा कि टाइगर हिल और तोलोलिंग पर हमले के दौरान पाकिस्तानी सैनिकों ने प्वाइंट ५३५३ से हमारी सेना पर काफी गोलीबारी की थी । |
s-341
| उन्होंने कहा कि उपग्रह के चित्रों से भी यह पता चला है कि पाकिस्तानी सेना ने इस चौकी पर अपना कब्जा जमाया हुआ है । |
s-342
| ब्रितानी हुकूमत की ग्रीष्मकालीन राजधानी रही शिमला की शीतल बयार में फुरसत के दिन गुजारने आई प्रियंका गांधी वढेरा ने सोमवार को रिट्रीट के दीदार करने की हसरत पूरी कर ली । |
s-343
| अपने पति राबर्ट वढेरा के साथ रिट्रीट पहुंची प्रियंका बचपन की यादों में खो गई । |
s-344
| वह उस हैलीपेड को भी निहारना नहीं भूलीं जिसकी यादें उनके पापा यानि राजीव गांधी से जुड़ी हैं । |
s-345
| अपने तयशुदा कार्यक्रम के अनुसार उन्होंने सुबह - सुबह रिट्रीट के लिए कूच किया । |
s-346
| होटल वाइल्ड फ्लावर हॉल से कुछ फासले पर स्थित रिट्रीट को राष्ट्रपति के ग्रीष्मकालीन रिहाइश के तौर पर जाना जाता है । |
s-347
| यहां राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री गर्मियों की छुट्टियां बिताने आते रहे हैं । |
s-348
| प्रियंका की दादी पूर्व प्रधानमंत्री स्व. इंदिरा गांधी और पिता स्व. राजीव गांधी की रिट्रीट सर्वाधिक पसंदीदा जगहों में से रही है । |
s-349
| प्रियंका को इस जगह पर अपनी दादी के साथ बचपन के कुछ दिन गुजारने का अवसर मिला है । |
s-350
| बचपन की वे यादें उनके स्मृति पटल पर आज तक ओझल नहीं हो पाई हैं । |
s-351
| पता चला है कि प्रियंका देवदार के घने जंगलों के बीच फैले खूबसूरत रिट्रीट भवन परिसर में टहलीं । |
s-352
| उन्होंने अपने पति के साथ बचपन के उन क्षणों को भी बांटा, जो उनकी स्मृतियों में अभी भी हैं । |
s-353
| वह उस हेलीपैड को निहारना भी नहीं भूलीं जिसकी यादें उनके पिता के शौक से जुड़ी हैं । |
s-354
| बताते हैं कि विमान उड़ाने के शौकीन राजीव की पहल पर ही हेलीपैड के दिन बहुतेरे थे । |
s-355
| कल्याणी के नाम से जाना जाने वाला यह हेलीपैड दर्शनीय है । |
s-356
| इस हेलीपैड पर प्रियंका के पिता उड़ान भी भर चुके हैं । |
s-357
| रिट्रीट की निर्जन दुनिया से निकलकर प्रियंका दोपहर तक होटल वापस लौट आई । |
s-358
| इसके बाद वह कहीं घूमने नहीं निकलीं । |
s-359
| अलबत्ता शाम के वक्त जरूर वह होटल परिसर में कुछ देर टहलीं । |
s-360
| मंगलवार को प्रियंका के लौट जाने की संभावना है । |
s-361
| उनके दौरे की गोपनीयता को लेकर होटल प्रबंधन ने अपने मुलाजिमों को खास हिदायतें जारी की थीं । |
s-362
| इन्हीं का प्रभाव था कि आज होटल से जुड़े सूत्रों ने प्रियंका के कार्यक्रम को लेकर मुंह नहीं खोले । |
s-363
| प्रियंका के लौट जाने से मीडिया कर्मियों में खासी मायूसी है । |
s-364
| उनके भरसक प्रयासों के बावजूद प्रियंका से मुलाकात करने की हसरतें पूरी नहीं हो पाई । |
s-365
| कांग्रेस के खुर्राट नेताओं ने भी प्रियंका की नितांत निजी यात्रा में दखलंदाजी करने से परहेज किया । |
s-366
| प्रियंका से मिलने की उन्होंने खास चाह नहीं दिखाई । |
s-367
| हालांकि चर्चाएं तो ये भी थीं कि मुख्यमंत्री व पीसीसी चीफ वढ़ेरा दंपत्ति को भोज की दावत दे सकते हैं । |
s-368
| गत रात्रि से मनाली की ऊंची चोटियों पर हिमपात व निचले क्षेत्रों में बारिश होने से समूचा क्षेत्र ठंड की चपेट में आ गया है । |
s-369
| रविवार की रात से ही मनाली की हामटा पास, रोहतांग पास, लद्दाखी पीक, देऊ टिब्बा, चंद्रखणी जोत, पतालसु पीक, मनाली पीक, हनुमान टिब्बा, ब्यास कुंड, शिरघण तुंग, शलीणधार, ७ सिस्टर पीक, फ्रेंडशिप पीक तथा पीर पंजाल श्रृंखलाओं की अनेकों चोटियों पर ताजा हिमपात हुआ । |
s-370
| ताजा हिमपात होने से घाटी के तापमान में गिरावट आने के कारण लोगों ने गर्म वस्त्र पहनने शुरू कर दिए । |
s-371
| जबकि मनाली में घूमने आए पर्यटक अपने होटल के कमरों से बाहर होटल के प्रांगण में निकले और बारिश में भीगकर बारिश की भीनी - भीनी बूंदों का मजा लेने लगे । |
s-372
| वहीं स्थानीय लोगों के लिए यह बारिश वरदान से कम नहीं मानी जा रही है क्योंकि सेब की अच्छी फसल के लिए समय - समय पर बारिश का होना जरूरी माना जाता है । |
s-373
| वहीं पर पशुओं के चारे व अन्य फसलों की बिजाई के लिए यह बारिश अति उत्तम मानी जा रही है । |
s-374
| समय - समय पर हो रही बारिश तथा तापमान की अनुकूलता के कारण इस वर्ष अच्छी फसल होने की उम्मीद जताई जा रही है । |
s-375
| गत रात्रि से ही घाटी में काले बादल मंडराने शुरू हो गए थे मगर घाटी में इंद्रदेव की नाराजगी से बारिश की हल्की - हल्की बौछारें शुरू हुई । |
s-376
| प्राप्त सूत्रों के अनुसार घाटी के ऊंचे क्षेत्रों में ड्रिलबु पीक व संमजोतर पीक में हल्का हिमपात होने से घाटी के तापमान पर काफी गिरावट दर्ज की गई जिससे घाटी के लोगों ने पुनः गर्म कपड़ों को पहनना शुरू कर दिया । |
s-377
| श्रीराम जन्मभूमि मंदिर - बाबरी मस्जिद प्रकरण के सर्वमान्य समाधान के लिए ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से नए प्रस्तावों के तहत बातचीत की तैयारी है । |
s-378
| कांची कामकोटि पीठ के शंकराचार्य स्वामी जयेंद्र सरस्वती ने समाधान के लिए पुनः प्रयास आरंभ कर दिया है । |
s-379
| अयोध्या विवाद के हल के लिए अयोध्या प्रकरण समाधान समन्वय समिति का गठन किया गया है । |
s-380
| बोर्ड से बातचीत के लिए नए प्रस्ताव पर चर्चा को अयोध्या में इसी माह के तीसरे हफ्ते बैठक होने वाली है । |
s-381
| केंद्र में नई सरकार के गठन के साथ अयोध्या विवाद के समाधान के लिए भी नए सिरे से प्रयास शुरू हो गए हैं । |
s-382
| इस बार इसकी कमान कांची कामिकोटि के शंकराचार्य स्वामी जयेंद्र सरस्वती के हाथ है । |
s-383
| शंकराचार्य की जिन लोगों से आमने - सामने बात नहीं हो पाई उनसे दूरभाष पर संपर्क करके अयोध्या प्रकरण के समाधान पर सक्रिय योगदान देने के लिए भी कहा है । |
s-384
| विवाद के समाधान के लिए लगातार बातचीत का दौर और संपर्क जारी रखने के लिए अयोध्या प्रकरण समाधान समन्वय समिति का गठन किया गया है । |
s-385
| यह समिति शंकराचार्य के निर्देश में कार्यो का निष्पादन करेगी । |
s-386
| इसमें सदस्य के तौर पर अयोध्या से विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र, फैजाबाद से खालिक अहमद खान, चेन्नई से शंकराचार्य के प्रमुख सचिव सुंदर, अहमदाबाद से कृष्ण कुमार सिंघल व नई दिल्ली से अयोध्या जामा मस्जिद ट्रस्ट के अध्यक्ष व प्रबंध न्यासी अल्लामा सैयद असगर अब्बास रिजवी नामित किए गए हैं । |
s-387
| रिजवी समिति के संयोजक बनाए गए हैं । |
s-388
| रिजवी ने भी समिति के गठन की पुष्टि की है । |
s-389
| श्री रिजवी ने बताया कि समिति ने अब तक अयोध्या प्रकरण के समाधान के लिए विचार मंथन चक्र चलाया । |
s-390
| उन्होंने बताया कि विभिन्न दलों के नेताओं के साथ शंकराचार्य जी ने अखिल भारतीय इमाम संगठन के अध्यक्ष मौलाना जमील इलियासी, इस्लामिक कौंसिल आफ इंडिया के अध्यक्ष कारी मुहम्मद मियां मजहरी, सिया मौलाना सैयद कल्वे रुशेद, हेलाल कमेटी फैजाबाद के पदाधिकारी सहित देवबंद के खालिद अंसारी, ऑल इंडिया सिया कांफ्रेंस के सैयद जमीर सुल्तान सहित दूसरे मौलानाओं से भी विचार - विमर्श किया । |
s-391
| अयोध्या विवाद के हल के लिए नए सिरे से ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड से बातचीत की रणनीति भी है । |
s-392
| इसके लिए प्रस्ताव पर चर्चा शुरू होने वाली है । |
s-393
| यह समाधान प्रस्ताव ३० सितंबर २००४ तक तैयार हो जाने की उम्मीद है । |
s-394
| इसकी पहली बैठक जून के तीसरे सप्ताह में अयोध्या में आयोजित होगी । |
s-395
| इसकी पुष्टि समिति के संयोजक श्री रिजवी भी करते हैं । |
s-396
| श्री रिजवी बताते हैं कि समाधान प्रस्ताव सभी संबंधित पक्षों से विचार - विमर्श किया जाएगा तथा अंतिम तौर पर शंकराचार्य जी महाराज और ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के अध्यक्ष मौलाना नदवी साहब ही समाधान प्रस्ताव पर निर्णय करेंगे । |
s-397
| वह बताते हैं कि समिति शंकराचार्य जी के प्रति उत्तरदायी होगी । |
s-398
| यह भारत सरकार अथवा अन्य शासकीय स्तर पर तभी संपर्क करेगी, जब शंकराचार्य जी की तरफ से उनके प्रमुख सचिव लिखित तौर पर सूचित करेंगे । |
s-399
| श्री रिजवी ने बताया कि अक्तूबर २००४ में दिल्ली के विज्ञान भवन में एक समाधान सम्मेलन आयोजित किया जाएगा । |
s-400
| इसकी अध्यक्षता शंकराचार्य जी करेंगे । |