Sentence view
Universal Dependencies - Hindi - HDTB
Language | Hindi |
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Project | HDTB |
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Corpus Part | dev |
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Annotation | Bhat, Riyaz Ahmad; Zeman, Daniel |
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इस ढेर के पीछे शंकराचार्य का समाधि स्थल है ।
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इस ढेर के पीछे शंकराचार्य का समाधि स्थल है ।
यहाँ आधुनिक शैली का स्मारक बना है ।
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यहाँ आधुनिक शैली का स्मारक बना है ।
वर्तमान में इसमें पाँच मातृकाएँ स्थापित हैं ।
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dev-s103
वर्तमान में इसमें पाँच मातृकाएँ स्थापित हैं ।
निःसंदेह वे पहले नौ रही होंगी ।
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निःसंदेह वे पहले नौ रही होंगी ।
केदारनाथ में अनेक नाकविहीन मूर्तियों के विग्रह बिखरे पड़े हैं ।
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dev-s105
केदारनाथ में अनेक नाकविहीन मूर्तियों के विग्रह बिखरे पड़े हैं ।
यहाँ से लगभग 1 किमी दूरी पर चौर सरोवर अपने गहरे और नीले जल के कारण पर्यटकों के लिए आकर्षण स्थल है ।
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dev-s106
यहाँ से लगभग 1 किमी दूरी पर चौर सरोवर अपने गहरे और नीले जल के कारण पर्यटकों के लिए आकर्षण स्थल है ।
यहाँ महात्मा गाँधी की अस्थि विसर्जन किए जाने से इसे गाँधी स्मारक भी कहते हैं ।
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यहाँ महात्मा गाँधी की अस्थि विसर्जन किए जाने से इसे गाँधी स्मारक भी कहते हैं ।
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की कश्मीर नीति की तल्ख आलोचना की है ।
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पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ की कश्मीर नीति की तल्ख आलोचना की है ।
उन्होंने कहा है कि पाक सरकार की लचर कश्मीर नीति के कारण यह मुद्दा पाकिस्तान के हाथ से लगभग निकल चुका है ।
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उन्होंने कहा है कि पाक सरकार की लचर कश्मीर नीति के कारण यह मुद्दा पाकिस्तान के हाथ से लगभग निकल चुका है ।
नवाज शरीफ ने जेद्दा में एक अमेरिकी टेलीविजन चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि उनकी सरकार भारत से समान संप्रभु भागीदार की हैसियत से बातचीत करती थी, लेकिन परवेज मुशर्रफ की नीति इसके उलट है ।
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dev-s110
नवाज शरीफ ने जेद्दा में एक अमेरिकी टेलीविजन चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि उनकी सरकार भारत से समान संप्रभु भागीदार की हैसियत से बातचीत करती थी, लेकिन परवेज मुशर्रफ की नीति इसके उलट है ।
मुशर्रफ की पाकिस्तान नीति लचर रही है ।
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मुशर्रफ की पाकिस्तान नीति लचर रही है ।
पाकिस्तान की नीति में अस्थिरता है ।
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पाकिस्तान की नीति में अस्थिरता है ।
इससे पाकिस्तान की साख कमजोर होती जा रही है ।
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इससे पाकिस्तान की साख कमजोर होती जा रही है ।
उन्होंने मुशर्रफ पर एजेंडा बदलने और पीछे हटने का आरोप भी लगाया ।
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dev-s114
उन्होंने मुशर्रफ पर एजेंडा बदलने और पीछे हटने का आरोप भी लगाया ।
उन्होंने चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि अमेरिका के दबाव के बावजूद भारत के परमाणु परीक्षण के जवाब में उनकी सरकार ने परमाणु परीक्षण किया था ।
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उन्होंने चैनल से बातचीत करते हुए कहा कि अमेरिका के दबाव के बावजूद भारत के परमाणु परीक्षण के जवाब में उनकी सरकार ने परमाणु परीक्षण किया था ।
अमेरिका ने तब उन पर परमाणु परीक्षण नहीं करने के लिए दबाव बनाया था, लेकिन देश के संप्रभु चरित्र की रक्षा के लिए उन्होंने अमेरिकी दबाव की अनदेखी की ।
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अमेरिका ने तब उन पर परमाणु परीक्षण नहीं करने के लिए दबाव बनाया था, लेकिन देश के संप्रभु चरित्र की रक्षा के लिए उन्होंने अमेरिकी दबाव की अनदेखी की ।
उन्होंने यह भी कहा कि तब तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने खुद अपनी मर्जी से लाहौर की यात्रा की थी और लाहौर घोषणा पर हस्ताक्षर हुआ था ।
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उन्होंने यह भी कहा कि तब तत्कालीन भारतीय प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने खुद अपनी मर्जी से लाहौर की यात्रा की थी और लाहौर घोषणा पर हस्ताक्षर हुआ था ।
इसमें कश्मीर समस्या का भी जिक्र था ।
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इसमें कश्मीर समस्या का भी जिक्र था ।
शरीफ ने कहा कि तब वाजपेयी ने मुझसे कहा था कि वे वर्ष, १९९९ को कश्मीर समस्या के समाधान वर्ष के रूप में याद करना चाहेंगे ।
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शरीफ ने कहा कि तब वाजपेयी ने मुझसे कहा था कि वे वर्ष, १९९९ को कश्मीर समस्या के समाधान वर्ष के रूप में याद करना चाहेंगे ।
अब स्थिति बिल्कुल अलग है ।
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अब स्थिति बिल्कुल अलग है ।
अब तो मुशर्रफ एक बयान देते हैं और अगले दिन उस पर पलट जाते हैं ।
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अब तो मुशर्रफ एक बयान देते हैं और अगले दिन उस पर पलट जाते हैं ।
ऐसे में कश्मीर पर हमारा दृष्टिकोण कमजोर हुआ है और यह मुद्दा एक तरह से हमारे हाथ से निकल गया है ।
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ऐसे में कश्मीर पर हमारा दृष्टिकोण कमजोर हुआ है और यह मुद्दा एक तरह से हमारे हाथ से निकल गया है ।
शरीफ का यह भी कहना है कि पाकिस्तान के परमाणु वैज्ञानिकों के खिलाफ मुकदमा चलाया जाना गलत है ।
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dev-s123
शरीफ का यह भी कहना है कि पाकिस्तान के परमाणु वैज्ञानिकों के खिलाफ मुकदमा चलाया जाना गलत है ।
उन्होंने कहा कि इसके पीछे पाकिस्तान और उसके परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाने का उद्देश्य छिपा हुआ है ।
s-124
dev-s124
उन्होंने कहा कि इसके पीछे पाकिस्तान और उसके परमाणु कार्यक्रम को निशाना बनाने का उद्देश्य छिपा हुआ है ।
ऐसा पाकिस्तान बाहरी दबाव में कर रहा है ।
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ऐसा पाकिस्तान बाहरी दबाव में कर रहा है ।
उन्होंने इससे इनकार किया कि अपने निर्वासन के दौरान उन्होंने मुशर्रफ के साथ कोई सौदेबाजी की थी ।
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उन्होंने इससे इनकार किया कि अपने निर्वासन के दौरान उन्होंने मुशर्रफ के साथ कोई सौदेबाजी की थी ।
उन्होंने कहा कि मुशर्रफ की सरकार ने तब सौदेबाजी करने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया था ।
s-127
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उन्होंने कहा कि मुशर्रफ की सरकार ने तब सौदेबाजी करने की कोशिश की थी, लेकिन उन्होंने इससे इनकार कर दिया था ।
कांची मठ के परमाचार्य चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती का वार्षिक आराधना समारोह शुक्रवार को शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती की गैरमौजूदगी में संपन्न हो गया ।
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dev-s128
कांची मठ के परमाचार्य चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती का वार्षिक आराधना समारोह शुक्रवार को शंकराचार्य जयेंद्र सरस्वती की गैरमौजूदगी में संपन्न हो गया ।
यह पहला मौका है, जब समारोह की अध्यक्षता के लिए जयेंद्र सरस्वती उपस्थित नहीं थे ।
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dev-s129
यह पहला मौका है, जब समारोह की अध्यक्षता के लिए जयेंद्र सरस्वती उपस्थित नहीं थे ।
शंकररमन हत्याकांड के सिलसिले में ११ नवंबर को गिरफ्तार होने के बाद से शंकराचार्य न्यायिक हिरासत में हैं और वेल्लूर जेल में बंद हैं ।
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शंकररमन हत्याकांड के सिलसिले में ११ नवंबर को गिरफ्तार होने के बाद से शंकराचार्य न्यायिक हिरासत में हैं और वेल्लूर जेल में बंद हैं ।
यज्ञों, वैदिक मंत्रों और विद्वानों को अलंकृत करने के बीच यह समारोह तीन दिन तक चला और शुक्रवार को मठ के अंदर स्थित समाधि में श्रद्धालुओं के बीच आराधना और पूजा के साथ संपन्न हुआ ।
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dev-s131
यज्ञों, वैदिक मंत्रों और विद्वानों को अलंकृत करने के बीच यह समारोह तीन दिन तक चला और शुक्रवार को मठ के अंदर स्थित समाधि में श्रद्धालुओं के बीच आराधना और पूजा के साथ संपन्न हुआ ।
परमाचार्य के दिसंबर १९९३ में मुक्ति प्राप्त करने के बाद से हर वर्ष आराधना समारोह आयोजित किया जाता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं ।
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dev-s132
परमाचार्य के दिसंबर १९९३ में मुक्ति प्राप्त करने के बाद से हर वर्ष आराधना समारोह आयोजित किया जाता है, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु हिस्सा लेते हैं ।
हालांकि इस बार जयेंद्र सरस्वती की गैरमौजूदगी मौके पर मौजूद विशिष्ट व्यक्तियों के बीच चर्चा का विषय जरूर रही, लेकिन देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कोई कमी नहीं देखी गई ।
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हालांकि इस बार जयेंद्र सरस्वती की गैरमौजूदगी मौके पर मौजूद विशिष्ट व्यक्तियों के बीच चर्चा का विषय जरूर रही, लेकिन देश भर से आने वाले श्रद्धालुओं की संख्या में कोई कमी नहीं देखी गई ।
समारोह के दौरान कनिष्ठ आचार्य विजयेंद्र सरस्वती ने यज्ञ और भजन के बाद पूर्ण आहुति देने के बाद स्वर्ण कलश ग्रहण किया ।
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समारोह के दौरान कनिष्ठ आचार्य विजयेंद्र सरस्वती ने यज्ञ और भजन के बाद पूर्ण आहुति देने के बाद स्वर्ण कलश ग्रहण किया ।
मौके पर मौजूद कर्नाटक के एक मठ पीठाधिपति के स्वर्णाहल्ली स्वामी ने आदिस्थानम को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की ।
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मौके पर मौजूद कर्नाटक के एक मठ पीठाधिपति के स्वर्णाहल्ली स्वामी ने आदिस्थानम को अपनी श्रद्धांजलि अर्पित की ।
संसदीय कमेटी ने बजट पर बढ़ती निर्भरता के लिए रेलवे की निंदा की है ।
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संसदीय कमेटी ने बजट पर बढ़ती निर्भरता के लिए रेलवे की निंदा की है ।
कमेटी का सुझाव है कि देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम रेलवे को अपने रुख में बदलाव करते हुए उपभोक्ता के लिए सरल और बाजारोन्मुखी बनना होगा ।
s-137
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कमेटी का सुझाव है कि देश के सबसे बड़े सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम रेलवे को अपने रुख में बदलाव करते हुए उपभोक्ता के लिए सरल और बाजारोन्मुखी बनना होगा ।
इससे वह एक वाणिज्यिक उपक्रम होने के नाते बजट पर अधिक निर्भर न रहकर अपने संसाधन खुद जुटा सकेगा ।
s-138
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इससे वह एक वाणिज्यिक उपक्रम होने के नाते बजट पर अधिक निर्भर न रहकर अपने संसाधन खुद जुटा सकेगा ।
लोकसभा में पेश की गई अपनी रिपोर्ट में कमेटी का कहना है कि रेलवे को केंद्रीय मदद अब ५० फीसदी से भी अधिक मिलने लगी है ।
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लोकसभा में पेश की गई अपनी रिपोर्ट में कमेटी का कहना है कि रेलवे को केंद्रीय मदद अब ५० फीसदी से भी अधिक मिलने लगी है ।
एक व्यापारिक उपक्रम होने के कारण सबसे पहले रेलवे को अपनी योजना के वित्त का भी प्रबंध करना चाहिए और परियोजनाओं को आंतरिक स्रोतों से पूरा करना चाहिए ।
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एक व्यापारिक उपक्रम होने के कारण सबसे पहले रेलवे को अपनी योजना के वित्त का भी प्रबंध करना चाहिए और परियोजनाओं को आंतरिक स्रोतों से पूरा करना चाहिए ।
योजना आयोग की राय पर गौर करते हुए कमेटी ने कहा है कि असली समस्या रेलवे को मिलने वाली कुल आर्थिक मदद नहीं है ।
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योजना आयोग की राय पर गौर करते हुए कमेटी ने कहा है कि असली समस्या रेलवे को मिलने वाली कुल आर्थिक मदद नहीं है ।
बल्कि, आंतरिक व अतिरिक्त बजटीय मदद का न होना ही इसकी मुख्य समस्या है ।
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dev-s142
बल्कि, आंतरिक व अतिरिक्त बजटीय मदद का न होना ही इसकी मुख्य समस्या है ।
दसवीं योजना के दौरान सरकार रेलवे को २७,६०० करोड़ रुपये की बजटीय सहायता को मंजूरी दे चुकी है ।
s-143
dev-s143
दसवीं योजना के दौरान सरकार रेलवे को २७,६०० करोड़ रुपये की बजटीय सहायता को मंजूरी दे चुकी है ।
इस योजना की ७० फीसदी रकम पहले तीन सालों में ही उपलब्ध कराई जा चुकी है ।
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इस योजना की ७० फीसदी रकम पहले तीन सालों में ही उपलब्ध कराई जा चुकी है ।
१४ सदस्यीय इस कमेटी की अध्यक्षता बासुदेव आचार्य ने की ।
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१४ सदस्यीय इस कमेटी की अध्यक्षता बासुदेव आचार्य ने की ।
अपने तर्क के समर्थन में उन्होंने योजना आयोग के नजरिए का उल्लेख करते हुए कहा कि ट्रैकों की लंबाई, वृहद क्षेत्रफल और भारी आबादी को देखते हुए चीन और भारत की रेल प्रणाली में खासी समानताएं हैं ।
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अपने तर्क के समर्थन में उन्होंने योजना आयोग के नजरिए का उल्लेख करते हुए कहा कि ट्रैकों की लंबाई, वृहद क्षेत्रफल और भारी आबादी को देखते हुए चीन और भारत की रेल प्रणाली में खासी समानताएं हैं ।
जबकि, चीन में बजट से पूरा किए जाने वाला रेलवे का खर्च सिर्फ ११ फीसदी है ।
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जबकि, चीन में बजट से पूरा किए जाने वाला रेलवे का खर्च सिर्फ ११ फीसदी है ।
जबकि भारत में यह रकम ५० फीसदी हो जाती है ।
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जबकि भारत में यह रकम ५० फीसदी हो जाती है ।
चीन के पास बजट के अलावा अतिरिक्त संसाधनों की भरमार है ।
s-149
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चीन के पास बजट के अलावा अतिरिक्त संसाधनों की भरमार है ।
वह आंतरिक संसाधनों के जरिए ५७ फीसदी रकम का प्रबंध करता है और बाजार से ३२ फीसदी रकम हासिल करता है ।
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वह आंतरिक संसाधनों के जरिए ५७ फीसदी रकम का प्रबंध करता है और बाजार से ३२ फीसदी रकम हासिल करता है ।
हालांकि भारत के मामले में यह क्रमशः २४ और २२ प्रतिशत ही है ।
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हालांकि भारत के मामले में यह क्रमशः २४ और २२ प्रतिशत ही है ।
इसलिए भारत में रेलवे के सभी कार्यक्रम और योजनाएं तकरीबन पूरी तरह से सरकार से मिलने वाले बजट पर ही निर्भर हैं ।
s-152
dev-s152
इसलिए भारत में रेलवे के सभी कार्यक्रम और योजनाएं तकरीबन पूरी तरह से सरकार से मिलने वाले बजट पर ही निर्भर हैं ।
इसके बजाय भारत को अब धीरे - धीरे स्वपोषित वाणिज्यिक प्रणाली की ओर बढ़ना चाहिए ।
s-153
dev-s153
इसके बजाय भारत को अब धीरे - धीरे स्वपोषित वाणिज्यिक प्रणाली की ओर बढ़ना चाहिए ।
बजट का प्रावधान केवल उन क्षेत्रों तक ही सीमित होना चाहिए जो कि वाणिज्यिक संस्थान प्रायोजित नहीं करना चाहता ।
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dev-s154
बजट का प्रावधान केवल उन क्षेत्रों तक ही सीमित होना चाहिए जो कि वाणिज्यिक संस्थान प्रायोजित नहीं करना चाहता ।
खुफिया ब्यूरो के निदेशक पद की दौड़ में शामिल वरिष्ठ अधिकारी एन. सी. पाधी को सचिव (सुरक्षा) नियुक्त किया गया है ।
s-155
dev-s155
खुफिया ब्यूरो के निदेशक पद की दौड़ में शामिल वरिष्ठ अधिकारी एन. सी. पाधी को सचिव (सुरक्षा) नियुक्त किया गया है ।
मध्यप्रदेश कैडर से १९६८ बैच के आईपीएस अधिकारी पाधी खुफिया ब्यूरो (आईबी) प्रमुख पद के प्रबल दावेदारों में से एक थे ।
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मध्यप्रदेश कैडर से १९६८ बैच के आईपीएस अधिकारी पाधी खुफिया ब्यूरो (आईबी) प्रमुख पद के प्रबल दावेदारों में से एक थे ।
नियुक्तियों को लेकर मंत्रिमंडल समिति ने ३१ मई को सुधीर कुमार के रिटायर होने के बाद सचिव (सुरक्षा) पद पर पाधी की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है ।
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नियुक्तियों को लेकर मंत्रिमंडल समिति ने ३१ मई को सुधीर कुमार के रिटायर होने के बाद सचिव (सुरक्षा) पद पर पाधी की नियुक्ति को मंजूरी दे दी है ।
पाधी का कार्यकाल अगले वर्ष जुलाई तक होगा ।
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पाधी का कार्यकाल अगले वर्ष जुलाई तक होगा ।
सरकार के इस फैसले से बिहार से १९७० बैच के आईपीएस अधिकारी पी. सी. हलधर खुफिया ब्यूरो के अगले निदेशक के प्रबल दावेदार हो गए हैं ।
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सरकार के इस फैसले से बिहार से १९७० बैच के आईपीएस अधिकारी पी. सी. हलधर खुफिया ब्यूरो के अगले निदेशक के प्रबल दावेदार हो गए हैं ।
ब्यूरो के निदेशक ई. एस. एल. नरसिम्हन इस वर्ष ३० नवंबर को रिटायर होंगे ।
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ब्यूरो के निदेशक ई. एस. एल. नरसिम्हन इस वर्ष ३० नवंबर को रिटायर होंगे ।
केंद्र सरकार कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका के तीनों अंगों को लोकपाल के दायरे में लाने पर विचार कर रही है ।
s-161
dev-s161
केंद्र सरकार कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका के तीनों अंगों को लोकपाल के दायरे में लाने पर विचार कर रही है ।
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व मुख्य न्यायाधीश को इससे बाहर रखा जाएगा ।
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dev-s162
राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व मुख्य न्यायाधीश को इससे बाहर रखा जाएगा ।
जनशिकायतों की सुनवाई को नए लोकपाल विधेयक में सबसे ज्यादा तरजीह दी जाएगी ।
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जनशिकायतों की सुनवाई को नए लोकपाल विधेयक में सबसे ज्यादा तरजीह दी जाएगी ।
सरकार ने इसके विभिन्न पहलुओं पर विचार के लिए समिति गठित की है ।
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dev-s164
सरकार ने इसके विभिन्न पहलुओं पर विचार के लिए समिति गठित की है ।
लोकपाल को सक्षम पुलिस व सीबीआई जैसी एजेंसी का समर्थन दिए जाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं ।
s-165
dev-s165
लोकपाल को सक्षम पुलिस व सीबीआई जैसी एजेंसी का समर्थन दिए जाने के प्रयास भी किए जा रहे हैं ।
कानून व न्याय मंत्री हंसराज भारद्वाज के मुताबिक सरकार कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका को लोकपाल के जरिए ज्यादा कार्यक्षम व बेदाग बनाना चाहती है ।
s-166
dev-s166
कानून व न्याय मंत्री हंसराज भारद्वाज के मुताबिक सरकार कार्यपालिका, न्यायपालिका और विधायिका को लोकपाल के जरिए ज्यादा कार्यक्षम व बेदाग बनाना चाहती है ।
जेएमएम प्रकरण के बाद संसद सदस्यों व निर्वाचित प्रतिनिधियों को लोक सेवक करार दिया जा चुका है और उनसे उसी किस्म की ईमानदारी की उम्मीद की जाती है ।
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dev-s167
जेएमएम प्रकरण के बाद संसद सदस्यों व निर्वाचित प्रतिनिधियों को लोक सेवक करार दिया जा चुका है और उनसे उसी किस्म की ईमानदारी की उम्मीद की जाती है ।
न्यायाधीशों के पास जांच की पर्याप्त एजेंसी नहीं होती ।
s-168
dev-s168
न्यायाधीशों के पास जांच की पर्याप्त एजेंसी नहीं होती ।
अब जनता में यह महसूस किया जाने लगा है कि न्यायाधीशों के मामले में भी जांच व दंड का प्रावधान होना चाहिए ।
s-169
dev-s169
अब जनता में यह महसूस किया जाने लगा है कि न्यायाधीशों के मामले में भी जांच व दंड का प्रावधान होना चाहिए ।
जब उनसे पूछा गया कि लोकपाल के दायरे में न्यायपालिका को लाने के मुद्दे पर क्या भारत के प्रधान न्यायाधीश से राय ली जाएगी?
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dev-s170
जब उनसे पूछा गया कि लोकपाल के दायरे में न्यायपालिका को लाने के मुद्दे पर क्या भारत के प्रधान न्यायाधीश से राय ली जाएगी?
उन्होंने कहा कि मंत्रियों की समिति न्यायाधीश की राय नहीं लेगी और स्वतंत्र रूप से अपने सुझाव देगी ।
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dev-s171
उन्होंने कहा कि मंत्रियों की समिति न्यायाधीश की राय नहीं लेगी और स्वतंत्र रूप से अपने सुझाव देगी ।
भारद्वाज ने यह घोषणा की कि मंत्रियों की इस समिति की अध्यक्षता रक्षा मंत्री प्रणव मुखर्जी करेंगे ।
s-172
dev-s172
भारद्वाज ने यह घोषणा की कि मंत्रियों की इस समिति की अध्यक्षता रक्षा मंत्री प्रणव मुखर्जी करेंगे ।
इसमें स्वयं उनके और विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल के अलावा चार से पांच मंत्री रहेंगे ।
s-173
dev-s173
इसमें स्वयं उनके और विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्री कपिल सिब्बल के अलावा चार से पांच मंत्री रहेंगे ।
उल्लेखनीय है कि एनडीए सरकार ने लोकपाल की दिशा में काफी प्रयास किए और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी व उनके कई वरिष्ठ साथियों ने प्रधानमंत्री को भी लोकपाल के दायरे में रखने का प्रयास किया था ।
s-174
dev-s174
उल्लेखनीय है कि एनडीए सरकार ने लोकपाल की दिशा में काफी प्रयास किए और तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी व उनके कई वरिष्ठ साथियों ने प्रधानमंत्री को भी लोकपाल के दायरे में रखने का प्रयास किया था ।
भारद्वाज के मुताबिक 'प्रणव मुखर्जी की कमेटी ने उस समय भी प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे से बाहर रखने का सुझाव दिया था ।
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dev-s175
भारद्वाज के मुताबिक 'प्रणव मुखर्जी की कमेटी ने उस समय भी प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे से बाहर रखने का सुझाव दिया था ।
डॉ. मनमोहन सिंह ने तो प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे में लाने का कई बार समर्थन किया है ।
s-176
dev-s176
डॉ. मनमोहन सिंह ने तो प्रधानमंत्री को लोकपाल के दायरे में लाने का कई बार समर्थन किया है ।
लेकिन हम लोगों का मानना है कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्य न्यायाधीश को कम से कम इससे बाहर होना चाहिए ।
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dev-s177
लेकिन हम लोगों का मानना है कि राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और मुख्य न्यायाधीश को कम से कम इससे बाहर होना चाहिए ।
प्रधानमंत्री को केवल संसद के प्रति ही उत्तरदायी होना चाहिए और राष्ट्रपति पर तो कोई बहस भी नहीं होनी चाहिए
s-178
dev-s178
प्रधानमंत्री को केवल संसद के प्रति ही उत्तरदायी होना चाहिए और राष्ट्रपति पर तो कोई बहस भी नहीं होनी चाहिए
भारद्वाज का मानना है कि जजों के बारे में न्यायपालिका किसी जल्दी में नहीं दिखती ।
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भारद्वाज का मानना है कि जजों के बारे में न्यायपालिका किसी जल्दी में नहीं दिखती ।
इसलिए सरकार ने तय किया है कि इस बारे में सभी के लिए समान कानून लाया जाए ।
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इसलिए सरकार ने तय किया है कि इस बारे में सभी के लिए समान कानून लाया जाए ।
जिसमें लोगों को यह जानने का हक भी मिले कि किसी प्रकरण की स्थिति क्या चल रही है?
s-181
dev-s181
जिसमें लोगों को यह जानने का हक भी मिले कि किसी प्रकरण की स्थिति क्या चल रही है?
लोकपाल के जरिए ही भ्रष्ट जजों के महाभियोग की प्रक्रिया को भी तय किया जाएगा ।
s-182
dev-s182
लोकपाल के जरिए ही भ्रष्ट जजों के महाभियोग की प्रक्रिया को भी तय किया जाएगा ।
हालांकि प्रशासनिक पदों पर भ्रष्टाचार पर निगाह रखने के लिए मुख्य सतर्कता आयोग (सीवीसी) का पद हाल ही में सृजित किया गया था ।
s-183
dev-s183
हालांकि प्रशासनिक पदों पर भ्रष्टाचार पर निगाह रखने के लिए मुख्य सतर्कता आयोग (सीवीसी) का पद हाल ही में सृजित किया गया था ।
भारद्वाज का मानना है कि सीवीसी सीबीआई के निदेशक और प्रवर्तन निदेशालय के निदेशकों की नियुक्ति का अनुमोदन करने का अधिकार रखता है, लेकिन उसके पास उतने कानूनी अधिकार नहीं हैं ।
s-184
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भारद्वाज का मानना है कि सीवीसी सीबीआई के निदेशक और प्रवर्तन निदेशालय के निदेशकों की नियुक्ति का अनुमोदन करने का अधिकार रखता है, लेकिन उसके पास उतने कानूनी अधिकार नहीं हैं ।
संसद सदस्यों के मामले में भी अब तक संसदीय समिति या स्पीकर के जरिए जांच हुई है लेकिन उनके लिए भी कोई ठोस कानूनी उपाय नहीं है ।
s-185
dev-s185
संसद सदस्यों के मामले में भी अब तक संसदीय समिति या स्पीकर के जरिए जांच हुई है लेकिन उनके लिए भी कोई ठोस कानूनी उपाय नहीं है ।
भारद्वाज का कहना है कि वह व्यापक लोकपाल विधेयक के जरिए इसे संपूर्ण बनाना चाहते हैं जिसमें आम लोग भी प्रशासनिक स्तर पर अपने काम रुकने या भ्रष्टाचार की शिकायतें कर सकें ।
s-186
dev-s186
भारद्वाज का कहना है कि वह व्यापक लोकपाल विधेयक के जरिए इसे संपूर्ण बनाना चाहते हैं जिसमें आम लोग भी प्रशासनिक स्तर पर अपने काम रुकने या भ्रष्टाचार की शिकायतें कर सकें ।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने टाटा टेलीसर्विस लिमिटेड और रिलायंस इंफोकॉम लिमिटेड द्वारा फिक्सड वायरलेस फोन को वॉकी और अनलिमिटेड कार्डलेस फोन बताने पर कड़ा रुख अपनाया है ।
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dev-s187
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने टाटा टेलीसर्विस लिमिटेड और रिलायंस इंफोकॉम लिमिटेड द्वारा फिक्सड वायरलेस फोन को वॉकी और अनलिमिटेड कार्डलेस फोन बताने पर कड़ा रुख अपनाया है ।
प्राधिकरण ने दोनों कंपनियों से फिक्सड वायरलेस फोन के 'वॉकी' और 'अनलिमिटेड कार्डलेस' फोन की तरह प्रचारित करने वाले विज्ञापनों को हटाने को कहा है ।
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dev-s188
प्राधिकरण ने दोनों कंपनियों से फिक्सड वायरलेस फोन के 'वॉकी' और 'अनलिमिटेड कार्डलेस' फोन की तरह प्रचारित करने वाले विज्ञापनों को हटाने को कहा है ।
प्राधिकरण ने इसके लिए १३ जनवरी तक दोनों पक्षों से जवाब देने को कहा है ।
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dev-s189
प्राधिकरण ने इसके लिए १३ जनवरी तक दोनों पक्षों से जवाब देने को कहा है ।
ट्राई को कई शिकायतें मिली थी कि दूरसंचार सेवा उपलब्ध कराने वाली कंपनियां टाटा टेलीसर्विस और रिलायंस इंफोकॉम अपने फिक्सड वायरलेस फोन सेवा का इस तरह से प्रचार कर रही हैं कि इन सेवाओं के मोबाइल के समान होने का भ्रम होता है ।
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dev-s190
ट्राई को कई शिकायतें मिली थी कि दूरसंचार सेवा उपलब्ध कराने वाली कंपनियां टाटा टेलीसर्विस और रिलायंस इंफोकॉम अपने फिक्सड वायरलेस फोन सेवा का इस तरह से प्रचार कर रही हैं कि इन सेवाओं के मोबाइल के समान होने का भ्रम होता है ।
कंपनियां इसके एवज में एसेस डेफिसिट चार्ज यानि एडीसी ले रही हैं, जबकि यह फिक्सड वायरलेस फोन है ।
s-191
dev-s191
कंपनियां इसके एवज में एसेस डेफिसिट चार्ज यानि एडीसी ले रही हैं, जबकि यह फिक्सड वायरलेस फोन है ।
गौरतलब है कि लोकल फिक्सड फोन पर एडीसी नहीं देनी पड़ती है ।
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dev-s192
गौरतलब है कि लोकल फिक्सड फोन पर एडीसी नहीं देनी पड़ती है ।
जबकि मोबाइल पर यह दर लागू होती है ।
s-193
dev-s193
जबकि मोबाइल पर यह दर लागू होती है ।
दूरसंचार सेवा मुहैया कराने वाली टाटा टेलिसर्विस लिमिटेड और रिलायंस इंफोकॉम ने बाजार में कुछ समय पहले फिक्सड वायरलेस फोन उतारे थे ।
s-194
dev-s194
दूरसंचार सेवा मुहैया कराने वाली टाटा टेलिसर्विस लिमिटेड और रिलायंस इंफोकॉम ने बाजार में कुछ समय पहले फिक्सड वायरलेस फोन उतारे थे ।
ट्राई द्वारा यह आदेश दूरसंचार नियामक प्राधिकरण अधिनियम १९९७ की धारा १३ और ११ (१) (बी) के तहत दिया गया है ।
s-195
dev-s195
ट्राई द्वारा यह आदेश दूरसंचार नियामक प्राधिकरण अधिनियम १९९७ की धारा १३ और ११ (१) (बी) के तहत दिया गया है ।
यदि आप मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं, तो सतर्क हो जाएं ।
s-196
dev-s196
यदि आप मोबाइल फोन का इस्तेमाल करते हैं, तो सतर्क हो जाएं ।
आपके सेलफोन पर वायरस हमला कर सकते हैं ।
s-197
dev-s197
आपके सेलफोन पर वायरस हमला कर सकते हैं ।
मोबाइल फोन की स्क्रीन पर फ्लैश होने वाले 'अनबिलिवेबल' और 'ऐस' नाम के ये वायरस आपके हैंडसेट को क्षति पहुंचा सकते हैं ।
s-198
dev-s198
मोबाइल फोन की स्क्रीन पर फ्लैश होने वाले 'अनबिलिवेबल' और 'ऐस' नाम के ये वायरस आपके हैंडसेट को क्षति पहुंचा सकते हैं ।
भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने यह चेतावनी जारी करते हुए कहा कि नए मोबाइल फोन पर वायरस से आने वाली ऐसी कॉल, हैंडसेट को क्षति पहुंचा सकती हैं ।
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भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने यह चेतावनी जारी करते हुए कहा कि नए मोबाइल फोन पर वायरस से आने वाली ऐसी कॉल, हैंडसेट को क्षति पहुंचा सकती हैं ।
सूत्रों का कहना है कि मोबाइल फोन उपभोक्ताओं को १२ अंकों वाली कॉल भी नहीं लेनी चाहिए ।
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सूत्रों का कहना है कि मोबाइल फोन उपभोक्ताओं को १२ अंकों वाली कॉल भी नहीं लेनी चाहिए ।
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